Dr. Pranav Pandya Inspiration Life Styleमनुष्य अपने भाग्य का निर्माता आप हैValsadOnline by ValsadOnline0834 भाग्य और पुरुषार्थ जिन्दगी के दो छोर हैं। जिसका एक सिरा वर्तमान में है तो दूसरा हमारे जीवन के सुदूर व्यापी अतीत में अपना विस्तार