History

आज का इतिहास : हीमोफीलिया डे

By ValsadOnline

April 17, 2021

आज वर्ल्ड हीमोफीलिया डे है। हीमोफीलिया यानी वो बीमारी जिससे पीड़ित व्यक्ति को चोट लगने पर खून का थक्का नहीं जम पाता है। ऐसी स्थिति में हल्की सी चोट लगने पर भी ज्यादा खून बह जाता है। इस वजह से ये बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।

हीमोफीलिया है क्या?

हमें जब भी कहीं चोट लगती है तो घाव से खून बहना शुरू हो जाता है। इस बहते खून को रोकने के लिए हमारे शरीर का खुद का एक सिस्टम होता है। हमारा शरीर घाव के आसपास खून का थक्का जमा देता है जिस वजह से घाव से खून बहना बंद हो जाता है, लेकिन हीमोफीलिया से पीड़ित व्यक्ति को घाव लगने की स्थिति में खून का थक्का नहीं जम पाता है जिस वजह से लगातार खून बहा करता है। यह एक आनुवांशिक बीमारी है जो खून में थाम्ब्रोप्लास्टिन या क्लॉटिंग फैक्टर की कमी की वजह से होती है।

हीमोफीलिया के लक्षण

जिन लोगों को हीमोफीलिया होता है, उन्हें चोट लगने पर खून लगातार बहते रहना। भले ही चोट छोटी हो या बड़ी।

हड्डियों के जोड़ों में दर्द बना रहता है। शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक सूजन आ जाती है। मल या पेशाब में खून दिखता है। शरीर में नीले-नीले निशान पड़ जाते हैं। नाक में से खून आना, मसूड़ों से खून आना, आसानी से त्वचा का छिल जाना भी इसके लक्षण में शामिल है।

कैसे करें बचाव?

यदि आपके दांत और मसूड़ों से खून निकलता है तो तुरंत डेंटिस्ट को दिखाएं। खून पतला करने वाली दवाइयों से परहेज करें। अपनी डाइट में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर चीजें शामिल करें। रोजाना एक्सरसाइज और योग करें। ज्यादा गंभीर लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

1989 से हुई विश्व हीमोफीलिया दिवस की शुरुआत

1989 में हीमोफीलिया बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाने की शुरुआत की गई। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया के संस्थापक फ्रैंक कैनबेल के जन्मदिन के अवसर पर 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है।

इतिहास में 17 अप्रैल को हुई अन्य घटनाएं

2014: प्रसिद्ध कोलंबियाई उपन्यासकार ग्रैबिएल मार्केज का निधन।

2013: न्यूजीलैंड ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी।

2011: गेम ऑफ थ्रोन्स का पहला एपिसोड दिखाया गया।

2003: लगभग 55 साल बाद भारत-ब्रिटेन संसदीय मंच का गठन हुआ।

1997: प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता तथा उड़ीसा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक का निधन।

1995: पाकिस्तान में बाल मजदूरी को समाप्त करने वाले युवा कार्यकर्ता इक़बाल मसीह की हत्या।

1993: अंतरिक्ष यान “STS-56” डिस्कवरी धरती पर वापस लौटा।

1990: पटना के पास एक ट्रेन में धमाके से 80 से भी ज्यादा लोगों की मौत।

1983: भारत ने “एसएलवी-3” रॉकेट का प्रक्षेपण किया।

1982: कनाडा ने संविधान अपनाया।

1972: श्रीलंका के महानतम खिलाड़ी मुथैया मुरलीधरन का जन्म। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 800 विकेट लेने का रिकॉर्ड है।

1970: अंतरिक्ष यान अपोलो-13 ने धरती पर सुरक्षित वापसी की।

1946: सीरिया ने फ्रांस से आजादी मिलने की घोषणा की।

1875: सर नेविले चैंबरलिन ने स्नूकर का आविष्कार किया।

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