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“आज का इतिहास : क्रिकेट के भगवान का जन्मदिन |”

By ValsadOnline

April 24, 2021

साल 1973। आज ही का दिन। मुबंई के मराठी परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ। नाम रखा गया सचिन, क्योंकि बच्चे के पिता को संगीतकार सचिन देव बर्मन बहुत पसंद थे। उस वक्त तक पिताजी भी नहीं जानते थे कि एक कलाकार के नाम पर जिस बच्चे का नाम रखा गया है, वो एक दिन अपनी कला से करिश्मा कर दिखाएगा।

सचिन बड़े हुए तो इनके पिता ने इनका दाखिला क्रिकेट के ‘द्रोणाचार्य’ कहे जाने वाले रमाकांत आचरेकर के यहां करा दिया जिन्होंने सचिन की क्रिकेट प्रतिभा को अच्छी तरह से निखारा। सचिन को गेंदबाजी का भी शौक था। बल्लेबाज बनने से पहले वे तेज गेंदबाज ही बनना चाहते थे। गेंदबाजी सीखने के लिए एक ट्रेनिंग कैंप में गए जहां उन्हें कोच डेनिस लिली ने कहा कि तुम अपना पूरा ध्यान बल्लेबाजी पर ही लगाओ। बस फिर क्या था। सचिन ने बल्लेबाजी पर ऐसा ध्यान लगाया कि आज पूरी दुनिया उन्हें अपनी कला का भगवान मानती है।

15 नवंबर 1989 को पहली बार सचिन भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने मैदान पर उतरे थे। उस वक्त वह सिर्फ 16 वर्ष के थे। कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 409 रन बनाए थे, जिसके जवाब में टीम इंडिया 262 रन ही बना पाई। सचिन महज 15 रन ही बना पाए और इनस्विंग गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। सचिन को आउट करने वाला गेंदबाज भी अपना पहला मैच खेल रहा था। गेंदबाज का नाम था वकार यूनुस

अब बात 2013 की। सचिन अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी खेल रहे थे। दिन था 15 नवंबर। वेस्टइंडीज के खिलाफ इस टेस्ट मैच में सचिन 74 रन बनाकर मैदान से लौटे। अगले ही दिन उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इसके साथ ही महान क्रिकेटर का 24 साल 1 दिन का टेस्ट क्रिकेट करियर खत्म हुआ।

देश-विदेश में घटी इन घटनाओं के लिए भी 24 अप्रैल को याद किया जाता है-

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