2012 के निर्भया गैंगरेप के दोषियों को 20 मार्च को ही फांसी पर चढ़ाया गया था। इन्हें बचाने के लिए अंतिम पलों तक कानूनी लड़ाई लड़ी गई। 19 मार्च को आधी रात के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम याचिका को खारिज किया, तब जाकर 20 मार्च को तड़के 5 बजकर 15 मिनट पर चारों दोषियों को फांसी पर चढ़ाया गया था। इन चार दोषियों के नाम थे- अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह। यह पहली बार था, जब आजाद भारत में चार दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया। मामला 2012 का है, जब 23 वर्षीय पैरामेडिकल स्टूडेंट के साथ दिल्ली में छह लोगों ने चलती बस में गैंगरेप किया था। छह आरोपियों में से एक नाबालिग था और उसे जुवेनाइल जस्टिस कानून के तहत तीन साल जुवेनाइल होम में रहने की सजा दी गई थी। एक अन्य आरोपी राम सिंह ने मुकदमे की सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल में सुसाइड कर लिया था।
20 मार्च को देश-दुनिया में इन घटनाओं के लिए भी याद किया जाता है-
- 2010ः गोरैया को बचाने के लिए पहली बार ‘विश्व गोरैया दिवस’ मनाया गया।
- 2003: इराक पर अमेरिका ने हमला शुरू किया।
- 1987: अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने एड्स के इलाज के लिए पहली दवा एंटी एड्स दवा (AZT) को मंजूरी दी।
- 1966: लंदन वेस्टमिनिस्टर के सेंट्रल हॉल में प्रदर्शनी के लिए रखा गया फुटबॉल वर्ल्ड कप चोरी हो गया।
- 1956: फ्रांस से ट्यूनीशिया को आजादी मिली।
- 1920: लंदन से दक्षिण अफ्रीका के बीच पहली उड़ान शुरू हुई।
- 1916ः अल्बर्ट आइंस्टीन की किताब जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिवली का प्रकाशन हुआ।
- 1727: महान गणितज्ञ, भौतिक वैज्ञानिक, ज्योतिर्विद एवं दार्शनिक आइज़ैक न्यूटन का निधन हुआ।